लोक-कथाएँ लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लोक-कथाएँअजगर आलसियों का आश्रमएक दिन देख लूंगा कमल का फूलकुंजू-चंचलोचतुराईचोर और राजा जलाल-बूबना तीन पुतलेदरख़्त रानीपंछी बोला चार पहरपुतली की कहानी फुर्र-फुर्रबुआजी की आंखेंमुफ़्त ही मुफ़्तमूमल महिंद्रा रोहिड़ालोहा खा गया घुनहुंकार की कलंगी