बोले हुए शब्द वापस नहीं आते – प्रेरणादायक हिंदी कहानी | Spoken Words Don’t Come Back – Inspirational Hindi Story

 बोले हुए शब्द वापस नहीं आते - प्रेरणादायक  कहानी || Spoken words don't come back - Inspirational Story ||

 

बोले हुए शब्द वापस नहीं आते – प्रेरणादायक हिंदी कहानी |

Spoken Words Don’t Come Back – Inspirational Hindi Story

🔹 परिचय (Introduction)

हम जीवन में कई बार कुछ ऐसा कह देते हैं, जिसका हमें बाद में पछतावा होता है। बोले हुए शब्द कभी वापस नहीं आते, इसलिए हमें हमेशा सोच-समझकर बोलना चाहिए। यह प्रेरणादायक कहानी हमें शब्दों की शक्ति का महत्व समझाएगी।


🌿 बोले हुए शब्द वापस नहीं आते – कहानी

एक बार एक किसान ने गुस्से में अपने पड़ोसी को बुरा-भला कह दिया। लेकिन जब उसका गुस्सा शांत हुआ, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।

वह एक संत के पास गया और उनसे पूछा, "मैं अपने शब्द वापस कैसे ले सकता हूँ?"

संत ने मुस्कुराते हुए कहा,
"जाओ, खूब सारे पंख इकट्ठे करो और उन्हें शहर के बीचों-बीच बिखेर दो।"

किसान को यह अजीब लगा, लेकिन उसने वैसा ही किया और फिर संत के पास लौट आया।

अब संत ने कहा,
"अब उन सभी पंखों को वापस इकट्ठा करके ले आओ।"

किसान वापस गया, लेकिन तब तक हवा से सारे पंख इधर-उधर उड़ चुके थे। वह खाली हाथ लौट आया।

तब संत ने कहा,
"यही तुम्हारे बोले हुए शब्दों के साथ होता है। तुम इन्हें आसानी से अपने मुँह से निकाल सकते हो, लेकिन चाहकर भी वापस नहीं ले सकते।"


🌟 सीख (Moral of the Story)

सोच-समझकर बोलें, क्योंकि शब्दों में बहुत ताकत होती है।
✅ गुस्से में कहे गए शब्द पछतावे की ओर ले जाते हैं।
शब्द वापस नहीं लिए जा सकते, लेकिन हम आगे से सावधानी बरत सकते हैं।


🔹 निष्कर्ष (Conclusion)

यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें अपने शब्दों को संयम और समझदारी से प्रयोग करना चाहिए। बोले हुए शब्दों का असर गहरा होता है और वे किसी को अंदर तक चोट पहुँचा सकते हैं

📢 अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करें और अपनी राय कमेंट में बताएं! 💬✨


टिप्पणियाँ